मती, मरकुस और लूका की इंजील से यीशु की कहानी सुनें
मरियम के साथ स्वर्गदूत की बात | यूसुफ का सपना | यीशू का जन्म | चरवाहों को यीशू के जन्म के बारे में बताया जाना | परमेश्वर के वायदे का पूरा होना। | जोतिष्यों का आना | यीशु का बचना | यूहन्ना लोगों को बताता है कि मुक्तिदाता आने वाला हैं। | यूहन्ना की मौत | यीशु परीक्षा में फेल नहीं हुये। | यीशु चार मछुवारों को शिष्य बना रहे है | यीशु आदमी में से भूत निकाल रहे हैं। | यीशु शिमौन की सास को चंगा कर रहे हैं | यीशु का कोढ़ी को चंगा करना | यीशु का लकवे के बिमार को चंगा करना | यीशु का चुंगी लेनेवाले को शिष्य बनाना | लोग यीशु से उपवास के बारे में पूछ रहे हैं | यीशु विश्राम के दिन के भी प्रभू हैं। | लोग चारों ओर से यीशु के पास आ रहे हैं | यीशु ने शैतान को हरा दिया है। | यीशु उपदेश दिणईं | अनाज के बीज की तुलना परमेश्वर के वचन के साथ | यीशु अलग-अलग किस्सा सुना रहे हैं | यीशु के कहने पर आंधी-तूफान रुक गया। | यीशु भूतों की सेना को भगा रहे हैं | एक मरी लड़की का जीवित होना | यीशु को उनके गांव वालों ने नहीं अपनाया | शिष्य प्रचार के लिये जा रहे हैं | यीशु पांच हजार लोगों को खाना खिला रहे हैं | यीशु पानी के ऊपर में चल रहे हैं | यीशु पवित्र और अपवित्र के बारे में समझा रहे हैं | ऐक दूसरे देश की स्त्री यीशु में विश्वास करती है | यीशु एक बहरे आदमी को चंगा कर रहे हैं | यीशु चार हजार लोगों को खाना खिला रहे हैं | धर्म गुरु यीशु की परीषा ले रहे हैं | यीशु एक अन्धे को चंगा कर रहे हैं | यीशु बता रहे हैं कि मैं मारा जाउंगा | यीशु भूत लगे आदमी को अच्छा कर रहे हैं | यीशु दुबारा बता रहे हैं कि मैं मारा जाउंगा | जो बड़ा होना चाहता है वह अपने को छोटा बनाये | दूसरों को परमेश्वर के मार्ग से भटकाना नहीं चाहिये | तलाक के बारे में उपदेश | यीशु बालकों को आर्शिवाद दे रहे हैं | अनंत जीवन पाने के लिये क्या करना चाहिये | यीशु प्रार्थना करने के बारे में सिखा रहे हैं | परमेश्वर में विश्वास करना चाहिये | अपने को बड़ा नहीं समझना चाहिये | पापि मैंसक बचणल परमेश्वर खुश हुंनी | यीश तीसरे बार बता रहे हैं कि में मारा जाउंगा | दो शिष्य सबसे बडा होना चाहते थे | यीशु एक अन्धे को चंगा कर रहे हैं | येरुशलेम में यीशु का स्वागत | विश्वास से सब-कुछ हो सकता है | धर्मगुरु यीशु को ललकार रहे हैं | अधर्मी किसानों के बारे में एक किस्सा | धर्म गुरु यीशु को फसाना चाहते थे | दुबारा जीवित होने की बात | सबसे बडा हुकुम | दिखावा नहीं करना चाहिये | यीशु आनेवाली मुशीबत के बारे में बता रहे हैं | दुनियॉक अंत हुणक निशाण | एक स्त्री यीशु में इत्र लगा रही है | शिष्य त्योहार की तैय्यारी कर रहे हैं | यीशु और शिष्य त्योहार मना रहे हैं | यीशु दु:खी होकर प्रार्थना कर रहे हैं | यीशु पकडे जा रहे हैं | यीशु यहूदी न्यायालय के सामने | पतरस द्वारा यीशु का इन्कार | यीशु राज्यपाल के सामने | यीशु सूली में चढ़ाये जा रहे हैं | यीशु की मौत | यीशु का दफनाया जाना | कब्र में पहरेदार | यीशु जीवित होते हैं | याजकों की झूठी योजना | शिष्यों के साथ यीशु की मुलाकात और भोजन | शिष्योंक दगाड़ फिर यीशुक भेट | पतरस को यीशु की माफी | यीशु का स्वर्ग में उठाया जाना